top of page

Dream of Mount Everest/Mountaineering | By Priyanka Barman

मैं प्रियंका बर्मन, उम्र 21 वर्ष है| मेरे पिता का नाम श्रीमान मुन्ना लाल बर्मन है| मैं ग्राम बरगी नगर जिला जबलपुर मध्य प्रदेश की निवासी हूं|


मैं बीएससी सेकंड ईयर की छात्रा हूं मैंने एनसीसी 1mp बटालियन घंटाघर जबलपुर से की है। मैंने पर्वतारोहण के बारे में एनसीसी में ही जाना ह। मैं एनसीसी शूटिंग कैंप के दौरान  अंकित सेन से मिली जिन्होंने दार्जिलिंग से बेसिक Mount training course  करके आए थे।



उन्होंने मुझे  माउंटेनियरिंग के बारे में बताया और मैंने माउंटेनियरिंग करने का फैसला किया। मैंने एनसीसी में रहकर ही मई 2018 में दार्जिलिंग से बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स सफलतापूर्वक पूरा किया।



उसके बाद अंकित भैया ने मुझे trexpert के बारे में बताया जो कि जबलपुर में और हमारे एमपी में ट्रैकिंग एडवेंचर स्पोर्ट्स कराती है जिसके डायरेक्टर प्रशांत मशीह सर है ।


दिसंबर 2018 में मैंने एडवेंचर कोर्स नेहरू इंस्टीट्यूट आफ माउंटेनियरिंग उत्तरकाशी से किया। यहां पर मैंने विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे ऑब्सटेकल रेस point-to-point मार्च आदि में मेडल प्राप्त किया।


पर्वतारोहण में हमें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे- भारी सामान लेकर चलना और ऊंचाई बढ़ने के साथ-साथ ऑक्सीजन की मात्रा में कमी आना इन सारी परेशानियों का हम सामना करते हुए अपने सपने की ओर आगे बढ़ते हैं। मेरा सपना दुनिया के सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर इंडिया का तिरंगा लहराना और सातों महाद्वीपों की सातों ऊंची चोटियों को फतह करना है।



इसी सपने को आगे बढ़ाते हुए मैं सितंबर 2020 को एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स के लिए हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट दार्जिलिंग जा रही हूं।जिसके लिए मैं रोज तैयारी कर रही हूं। हमारे देश में कोरोना जैसी महामारी आई हुई है जिससे हम सब परेशान हैं और कुछ कार्य रुके हुए हैं। लेकिन यह कुछ दिन की बात है। इससे बचने के लिए Stay Home & Stay Safe.


63 views0 comments

Comments

Rated 0 out of 5 stars.
No ratings yet

Add a rating
bottom of page